अधूरा प्यार💜
यह सिलसिला तब शुरु हुआ जब स्कूल में उनका पहला दिन था,
वोह सामने से आया और गलती से या शायद जानबूझ कर मुझसे आ कर टकराया,
मैंने गुस्से से अपनी निघाएँ उठाई पर उनकी चेहरे की मासूमियत देख कर कुछ कह न पाई।
फिर कुछ दिनों बाद उन्होंने मेरी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया,
मैंने भी उसकी दोस्ती को पूरे दिल से अपनाया।
वोह हँसता मुस्कुराता सामने से आता,...
वोह सामने से आया और गलती से या शायद जानबूझ कर मुझसे आ कर टकराया,
मैंने गुस्से से अपनी निघाएँ उठाई पर उनकी चेहरे की मासूमियत देख कर कुछ कह न पाई।
फिर कुछ दिनों बाद उन्होंने मेरी तरफ दोस्ती का हाथ बढ़ाया,
मैंने भी उसकी दोस्ती को पूरे दिल से अपनाया।
वोह हँसता मुस्कुराता सामने से आता,...