तबाही के आँसू
तबाही का दौर बन चुका है,
अपनों ने करीबी को खो दिया है,
मुश्किल भरी इस दौर में,
अपनों का साथ छूट गया है।
कैसी भरेंगी नई यादें,
जिन्होंने अपनों को खो दिया...
अपनों ने करीबी को खो दिया है,
मुश्किल भरी इस दौर में,
अपनों का साथ छूट गया है।
कैसी भरेंगी नई यादें,
जिन्होंने अपनों को खो दिया...