सफ़र बाक़ी है 💙
ज़िन्दगी से शायद परेशान हो तुम
किसलिए इतना हैरान हो तुम
मस'अला क्या है मत छुपाओ हमसे
बात ना सही नज़र तो मिलाओ हमसे
क्यूँ चिंता है इतनी तुम्हें ज़माने की
जिन्हें फ़िक्र नहीं है तुम्हारे अफ़साने की
जियो के बेपरवाह बेखौफ़ जहाँ में तुम
चलो के जैसे चल रहे हो आस्माँ में तुम
बढो के ज़िन्दगी में बहुत कुछ बाक़ी...