तेरा हमराही तू ही
न कर यूँ विश्वास किसी पर,
न उलझ बातों में किसी की,
कोई नहीं इस सफ़र में तेरा,
तेरा...
न उलझ बातों में किसी की,
कोई नहीं इस सफ़र में तेरा,
तेरा...