कितना बवाल होता
समंदर सारे शराब होते
तो सोचो कितना बवाल होता,
ख्वाब सारे हकीकत होते
तो सोचो कितना बवाल होता.!
किसी के दिल में क्या छुपा है
ये बस खुदा ही जानता है,
अगर दिल बेनकाब होते
तो सोचो कितना बवाल होता..!!
है खामोशी हमारी फितरत में
तभी तो लोगों से बरसों तक निभ रही है,
अगर मुंह में हमारे जवाब हो
तो सोचो कितना बवाल होता...!!!
हम तो अच्छे हैं
पर लोगों की नजरों में सदा ही बुरे रहेंगे,
कहीं हम सच में खराब होते
तो सोचो कितना बवाल होता....!!!!
...✍️
तो सोचो कितना बवाल होता,
ख्वाब सारे हकीकत होते
तो सोचो कितना बवाल होता.!
किसी के दिल में क्या छुपा है
ये बस खुदा ही जानता है,
अगर दिल बेनकाब होते
तो सोचो कितना बवाल होता..!!
है खामोशी हमारी फितरत में
तभी तो लोगों से बरसों तक निभ रही है,
अगर मुंह में हमारे जवाब हो
तो सोचो कितना बवाल होता...!!!
हम तो अच्छे हैं
पर लोगों की नजरों में सदा ही बुरे रहेंगे,
कहीं हम सच में खराब होते
तो सोचो कितना बवाल होता....!!!!
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