किसे पता था….
किसे पता था वो स्कूल का आखीरी दिन
हमारी दोस्ती का भी आख़िरी दिन होगा
किसे पता था की तू इतना बदल जाएगा
उस दिन अलग हुए थे ये कह कर की मिलते रहेंगे
पर किसे पता थे की फिर तू न मिलने का बहाना बनायेगा ।
माना की तूझे नए दोस्त मिल गए होंगे
पर याद ह वो दिन,
जब तू पहली बार फैल होने पर छोटे बच्चे की तरह रोया था
तब तुझे इन नए दोस्तो ने थो नहीं हसाया था,
तेरे साथ वो पांच साल का वक़्त हमने बिताया था।
ना जाने हमने साथ में कितनी यादें बनायीं थी,
न जाने कितनी ही बातें तुनें हमें ओर हमनें तुझे सीखयी थी,
वो अखरी बैंचों में न जाने कितने हसीन पल जीये थे।
कितने ही...