खो बैठे है।
ना नींद है आंखो में, ना ही उजाले की चमक,
ना आस है कुछ पाने की, ना ही आस कुछ खोने की,
चाहें तो बहुत कुछ पर, हो ना पाए हमसे कुछ।
अंजान है हर उस चीज़ से ,जिस चीज़ को हम...
ना आस है कुछ पाने की, ना ही आस कुछ खोने की,
चाहें तो बहुत कुछ पर, हो ना पाए हमसे कुछ।
अंजान है हर उस चीज़ से ,जिस चीज़ को हम...