long distance wali frendship
क्या तुम्हे याद है जब हम मिला करते थे
अपनी अनकही कही सी बातो को घंटो तक कहा करते थे
क्या तुम्हे याद है जब हम अपनी बेतुकी सी बातो पर भी हम कितना लड़ा करते थे
अब तो जैसे सन्नाटा सा छाया है
मिलने का हमारा कोई भी प्लान महीनो से कामयाब नही हो पाया...
अपनी अनकही कही सी बातो को घंटो तक कहा करते थे
क्या तुम्हे याद है जब हम अपनी बेतुकी सी बातो पर भी हम कितना लड़ा करते थे
अब तो जैसे सन्नाटा सा छाया है
मिलने का हमारा कोई भी प्लान महीनो से कामयाब नही हो पाया...