चार जून
चार जून की बात है
उसमें भी कुछ घात है
कौन बनेगा समय का साहु
ये सब वक्त के हाथ...
उसमें भी कुछ घात है
कौन बनेगा समय का साहु
ये सब वक्त के हाथ...