अब तो तन्हाई भी रास आने लगी.....
ज़ख्म देकर मुझे
तेरा रूठ जाना
तुझ संग इश्क
करने का तोफा
था मेरा
तन्हाई में यूं
तेरी यादों से
जुस्तजू करना
दिल ए सुकून था...
तेरा रूठ जाना
तुझ संग इश्क
करने का तोफा
था मेरा
तन्हाई में यूं
तेरी यादों से
जुस्तजू करना
दिल ए सुकून था...