मन से करो तुम
तुम अटूट एक परछाई बनो,
जिन्दगी की।
मन से करो तुम परवरिश अपने उम्मीदों की।
जुगनू जगाओ जगत खिलेगी,
मन के उजाले मे तुम नहलाओ
मन मे ही बरसेगी।।
एक एक पल कीमती हैं,
तुम वक़्त से ना घबराओ,
पहचान बनाओ खुदकी
फिर तो वक़्त भी तुमपे हँसेगी।।
ये...
जिन्दगी की।
मन से करो तुम परवरिश अपने उम्मीदों की।
जुगनू जगाओ जगत खिलेगी,
मन के उजाले मे तुम नहलाओ
मन मे ही बरसेगी।।
एक एक पल कीमती हैं,
तुम वक़्त से ना घबराओ,
पहचान बनाओ खुदकी
फिर तो वक़्त भी तुमपे हँसेगी।।
ये...