रास्ते सिखाते हैं...
रास्ते सिखाते हैं
संभल के चलना
लोगो से मिलना
पर कहीं ना ठहरना
मोह के धागे की गांठ को
आसनी से खोलना
रास्ते सिखाते हैं
रुकावतों से लड़ना
हारना नहीं गिर कर भी संभालना
चुभते हुए कंकर भरे रास्ते में भी
मंजिल की और चलना
रास्ते सिखाते हैं
इस दुनिया की बदलती हुई रीत समझना
बदलते वक्त के साथ
पानी की तरह उसमें घुलना.......
© sandhya
संभल के चलना
लोगो से मिलना
पर कहीं ना ठहरना
मोह के धागे की गांठ को
आसनी से खोलना
रास्ते सिखाते हैं
रुकावतों से लड़ना
हारना नहीं गिर कर भी संभालना
चुभते हुए कंकर भरे रास्ते में भी
मंजिल की और चलना
रास्ते सिखाते हैं
इस दुनिया की बदलती हुई रीत समझना
बदलते वक्त के साथ
पानी की तरह उसमें घुलना.......
© sandhya