यूं शर्तों पे प्यार कौन करता है?
कभी कसमें, कभी वादे,
कभी शिकवे कभी यादें,
इन कमजोर शाखाओं पर
एतबार कौन करता है?
यूं शर्तों पे प्यार कौन करता है ?
ज़मीर, यकीं, नवाज़िश, दिलनवाजी, ईमान,
जाने क्या क्या छिपाए बैठे है अपने अस्तर में
अब बतलाइए भला
खोटे सिक्कों से कारोबार कौन करता है?
यूं...
कभी शिकवे कभी यादें,
इन कमजोर शाखाओं पर
एतबार कौन करता है?
यूं शर्तों पे प्यार कौन करता है ?
ज़मीर, यकीं, नवाज़िश, दिलनवाजी, ईमान,
जाने क्या क्या छिपाए बैठे है अपने अस्तर में
अब बतलाइए भला
खोटे सिक्कों से कारोबार कौन करता है?
यूं...