पंछी की पुकार....
मैं उड़ना चाहती हूं उन्मुक्त गगन में
तुम मुझे कैद करके रखना चाहते हो,
दिखा कर मुझे सोने की पिंजरे की मोह
तुम मेरी आजादी छीनना चाहते हो ।
जिस डाली पर मैं रहती हूं सबके साथ
तुम्हें वो...
तुम मुझे कैद करके रखना चाहते हो,
दिखा कर मुझे सोने की पिंजरे की मोह
तुम मेरी आजादी छीनना चाहते हो ।
जिस डाली पर मैं रहती हूं सबके साथ
तुम्हें वो...