क्यों गए!
कहा था न,जाना नहीं,क्यों गए!
यादों में छोड़कर हाथ,क्यों गए!
हाथों की वो नर्मी,सांसों की गर्मी,
बहती रातों में ऐसे छोड़...
यादों में छोड़कर हाथ,क्यों गए!
हाथों की वो नर्मी,सांसों की गर्मी,
बहती रातों में ऐसे छोड़...