अच्छा हुआ दिल उसने तोड़ा...
अच्छा हुवा दिल उसने तोड़ा, इसी बहाने जी लूँगा,
दर्दे जुदाई जो दी है उसने, उनका जहर भी मै पी लूँगा।।
अच्छा हुवा..........
किस किस को बताते फिरता मैं अपनी वफाओं की बातें
जाते जाते दे ही गये है वो कुछ अपनी मीठी यादें
जो भी ज़ख्म दिया है उसने अब धिरे धीरे सी लूँगा ।।
अच्छा हुवा दिल..
अब तो भरोसा होता नही है किसी की मीठी बातों पर चलता नही है जोर मेरा अब मेरी अपनी सांसो पर
आएगी जब जब याद तेरी "सम्राट" तो छुप छुप कर रो लूँगा
अच्छा हुवा दिल उसने...
रखना नही है इस दुनिया से मुझकों कोई नाता रिश्ता
सबने ही मुझकों ठोकर मारी जब भी देखा मुझकों हँसता तेरी यादें है पास मेरे मैं उनके सहारे तन्हा ही जी लूँगा।।
अच्छा हुवा दिल उसने तोड़.....।
{VKसम्राट}