अत्याचार.. अत्याचारी?? प्रकृति....
प्रकृति का अत्याचार है हम पर
या हम प्रकृति के अत्याचारी
सोचें समझें तो ज़रा
क्यों फ़ैल रही चहुँ ओर बीमारी
प्रकृति संग किए छेड़ छाड़
नहीं रहे कृतज्ञ, आभारी
प्रकृति हुई...
या हम प्रकृति के अत्याचारी
सोचें समझें तो ज़रा
क्यों फ़ैल रही चहुँ ओर बीमारी
प्रकृति संग किए छेड़ छाड़
नहीं रहे कृतज्ञ, आभारी
प्रकृति हुई...