मिट्टी
ना कर तू अभिमान जात-पात,
धर्म ममज़हब पर प्यारे "..
जो खाल तेरा
वही खाल मेरा प्यारे"..
तू भी एक नारी के
कोख से जन्म लिया है,
हम भी एक नारी के,
कोख से जन्मा है प्यारे"..
जो हस्र तेरा होगा
वही हस्र मेरा भी होगा प्यारे"..
खून तेरा भी लाल
खून मेरा भी लाल,
फिर किस बात का,
मलाल...
धर्म ममज़हब पर प्यारे "..
जो खाल तेरा
वही खाल मेरा प्यारे"..
तू भी एक नारी के
कोख से जन्म लिया है,
हम भी एक नारी के,
कोख से जन्मा है प्यारे"..
जो हस्र तेरा होगा
वही हस्र मेरा भी होगा प्यारे"..
खून तेरा भी लाल
खून मेरा भी लाल,
फिर किस बात का,
मलाल...