शायरी#48
जिंदगी क्या है?
बस एक सफर होता हैं
जमी से शुरू होकर
दो ग़ज़ नीचे खत्म होता हैं
© Spiritajay
बस एक सफर होता हैं
जमी से शुरू होकर
दो ग़ज़ नीचे खत्म होता हैं
© Spiritajay