मोहब्बत और गहराई से...✍️
रुसवाई उसके इश्क़ की बार बार करके क्या मिलेगा
उम्मीद है कि बंजर जमी पर नया फूल खिलेगा...
जो टूटा है अब वो वादा नही करूँगी
उसकी औकात से इश्क़...
उम्मीद है कि बंजर जमी पर नया फूल खिलेगा...
जो टूटा है अब वो वादा नही करूँगी
उसकी औकात से इश्क़...