🖤.... ए जिंदगी....🖤
जो कभी देखा करती थीं ख़्वाब बड़े ,
आंखें वो अब सहम सी गई हैं ।
ख्वाइशों की नाव को चलाती थीं जो ,
लहरें वो अब ठहर सी गई हैं ।
जो कभी आती थी यूं बेवजह ही ,
हंसी वो अब नाराज़ हो गई है ।
दिल में गमों के बोझ को देखकर ,
मुस्कुराहट भी उदास हो गई है ।
चाहा करता था दिल कभी खुलकर जीना,
पर शायद हर चाहत पूरी नहीं होती ।...
आंखें वो अब सहम सी गई हैं ।
ख्वाइशों की नाव को चलाती थीं जो ,
लहरें वो अब ठहर सी गई हैं ।
जो कभी आती थी यूं बेवजह ही ,
हंसी वो अब नाराज़ हो गई है ।
दिल में गमों के बोझ को देखकर ,
मुस्कुराहट भी उदास हो गई है ।
चाहा करता था दिल कभी खुलकर जीना,
पर शायद हर चाहत पूरी नहीं होती ।...