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नमः शिवाय🙏🙏
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पीढियाँ बदली,
नवीन विकास उदगम भये,,
नव संचार की उद्घोषणा से,
पर्वत शिखर भी गूंज उठे,,
वक्त के बदलते शहनाई के साथ,
प्रथम प्रभु शिव शिवम का नमन किये,,
द्वीप की भाँति प्रज्वलित प्रखर खिले,,
प्रभु की महिमा का गुणगान किये,
वाणियों में ओम नमः शिवाय ही गुंजार भये,,
अनुप लवलित पुष्प प्रभु शिखा में समर्पित किये।
नमो-नमो शिव शंकर,
ह्रदयस्पर्शी भाव प्रकट भये,
सब प्रभु रंग,रंग गये,,
वातयन से अनुपम सुरभित नवल प्रभात ! झाक उठे,
सृष्टि का सृजन कर शक्ति पलकों ने विश्राम किये,,
नव प्रभात मनमोहक भाय,
खुले गगन में नवीन सुरभित पुष्प मन ललचाये,,
झलक रही कण-कण मे स्नेह खुशबू,
जय शिव शंभू , यह जहान अब सुहानी मुस्काये।

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