अक्सर वो।
कोशिशें की थी मैंने जो।
बेमन मुस्कुराने की,
यूं तो रहीं सारी कामयाब अक्सर वो।
बिखेरी जब कभी खुशियां।
कौड़ियों के भाव,
लेती रही मुझेसे हिसाब अक्सर वो।
थामी नदियां, देखते आसमां की ओर।
नजरें जो झुकी...
बेमन मुस्कुराने की,
यूं तो रहीं सारी कामयाब अक्सर वो।
बिखेरी जब कभी खुशियां।
कौड़ियों के भाव,
लेती रही मुझेसे हिसाब अक्सर वो।
थामी नदियां, देखते आसमां की ओर।
नजरें जो झुकी...