ईश्क़ का रंग
बहती नदियों के किनारे पर फिर हमने खुद को पाया,
आसमां की चादर में, चाँद की और,
एकटकी देखते हुए खुद को पाया,
बहती नदियों को बहता देख,
खुद की जिंदगी के ठहरने का मतलब समझ आया।
खुद को किनारे पर...
आसमां की चादर में, चाँद की और,
एकटकी देखते हुए खुद को पाया,
बहती नदियों को बहता देख,
खुद की जिंदगी के ठहरने का मतलब समझ आया।
खुद को किनारे पर...