अधिक देर होने से पहले
सुनहरे रंगीन से बदलकर गहरी धानी होती हुई
जीवन की संकीर्ण पगडंडियाँ,
बाल अधपकी अवस्था में प्रवेश कर रहे हैं,
सुर्ख चेहरे पे झाइयाँ अपना पड़ाव डाल रही हैं,
बलखाती कमर पर उम्र की माँसल यात्रा
अपनी टेक बनाए रखने को बेचैन है,
गहरे साज-श्रृंगार की जगह
हल्के और फीके रंग आईने को सुहाने लगे हैं..
जीवन के इस कठिन दौर से गुजरना
मतलब उम्र के जीवंत हिस्से...
जीवन की संकीर्ण पगडंडियाँ,
बाल अधपकी अवस्था में प्रवेश कर रहे हैं,
सुर्ख चेहरे पे झाइयाँ अपना पड़ाव डाल रही हैं,
बलखाती कमर पर उम्र की माँसल यात्रा
अपनी टेक बनाए रखने को बेचैन है,
गहरे साज-श्रृंगार की जगह
हल्के और फीके रंग आईने को सुहाने लगे हैं..
जीवन के इस कठिन दौर से गुजरना
मतलब उम्र के जीवंत हिस्से...