लिखने वाले ने अच्छी खासी कीमत भी चुकानी होती है...
पहले इश्क़ में जी जान लगानी होती है...
फिर उसके नखरो की किश्त चुकानी होती है...
फिर झूठी बातों की सच्ची कहानी बतानी होती है...
फिर इश्क़ में रुस्वाई की ठोकर खानी होती है...
उसके बाद दर्द सुनने वालो की भीड़ जुटानि होती है...
उनमे से कुछ को शराब भी पिलानी होती है...
तेज़ हवा में आधी रात को सिगरेट जलानी...