बिडम्बना
बड़ी बिडम्बना है सोचो तो ये कैसी कहानी है,
पाप के बोझ कंधे में,पर दिखावे से भरी जिंदगानी है।
मत तलाशो सोने की खान वो भी मन से टूटा है,
नकली जेवर पहने हर शख्स , असली हीरे को लूटा है।
कतार...
पाप के बोझ कंधे में,पर दिखावे से भरी जिंदगानी है।
मत तलाशो सोने की खान वो भी मन से टूटा है,
नकली जेवर पहने हर शख्स , असली हीरे को लूटा है।
कतार...