तुम खुश क्यों नहीं हो?
बेशक जिंदगी तुम्हें बहुत डरा रही होगी
दर्द को मुस्कान के पीछे रखना सिखा रही होगी
तुम भी अपनी थकन पलकों में छिपा लेते होगे
शब्दों से अपनी खामोशी को दबा देते होगे
पर...
तुम्हारी ये कोशिश कब तक काम आएगी?
कभी तो तुम टूट जाओगे...
दर्द को मुस्कान के पीछे रखना सिखा रही होगी
तुम भी अपनी थकन पलकों में छिपा लेते होगे
शब्दों से अपनी खामोशी को दबा देते होगे
पर...
तुम्हारी ये कोशिश कब तक काम आएगी?
कभी तो तुम टूट जाओगे...