इश्क़ की चाह में
दर दर भटकता रहा तू इश्क़ की चाह में-2
एक बार आइने में खूद को देख लेता,
खुद से मोहबत करना सीख लेता
तो यू ना भटकता अनचाही राह में।
दर दर भटकता रहा तू इश्क़ की चाह में।
खूशियाँ खरीदने...
एक बार आइने में खूद को देख लेता,
खुद से मोहबत करना सीख लेता
तो यू ना भटकता अनचाही राह में।
दर दर भटकता रहा तू इश्क़ की चाह में।
खूशियाँ खरीदने...