बचपन
मेरा बचपन खास था
जब हर कोई मेरे पास था
जवान होने का अपना अलग गुरूर है
लेकिन अब पास होकर भी सब मुझसे दूर है
बचपन माँ के हाथ से खाना है
तो जवानी पिता के मुख से निकला ताना है
बचपन भूल है
तो जवानी सुधार है
बचपन बर्फ का गोला है
तो जवानी आग का शोला है
बचपन मखमल की चादर है
तो जवानी हर कदम भूचाल है
फिर भी जिसने भूला दिया अपना बचपन वो कंगाल
और जिसने याद रखा वो आज भी मालामाल है
जब हर कोई मेरे पास था
जवान होने का अपना अलग गुरूर है
लेकिन अब पास होकर भी सब मुझसे दूर है
बचपन माँ के हाथ से खाना है
तो जवानी पिता के मुख से निकला ताना है
बचपन भूल है
तो जवानी सुधार है
बचपन बर्फ का गोला है
तो जवानी आग का शोला है
बचपन मखमल की चादर है
तो जवानी हर कदम भूचाल है
फिर भी जिसने भूला दिया अपना बचपन वो कंगाल
और जिसने याद रखा वो आज भी मालामाल है