रात की ख़ामोशी में
ये कैसी स्याह रात है,
जिसकी नहीं कोई भोर है।
ये कैसी अंतहीन सफर है,
जिसका नहीं कोई छोर है।
रात की ख़ामोशी में,
ये...
जिसकी नहीं कोई भोर है।
ये कैसी अंतहीन सफर है,
जिसका नहीं कोई छोर है।
रात की ख़ामोशी में,
ये...