guzaarish
(1)ये कश्ती तुम्हारी तरक्की की,
तुम जहाँ चाहो वहाँ मोड़ दो,
ये गुजारिश है मेरी तुम से,
इस साहिल को साहिल पे छोड़ दो,
(2)तोडने का हुनर तो है तेरे पास,
हो सके तो...
तुम जहाँ चाहो वहाँ मोड़ दो,
ये गुजारिश है मेरी तुम से,
इस साहिल को साहिल पे छोड़ दो,
(2)तोडने का हुनर तो है तेरे पास,
हो सके तो...