सच्ची प्रीत
प्रीत की ऐसी रीत रची
हुई जग से परायी
मन लगा वैरागी संग
शानो-शौकत रास ना आयी
किया कठोर तप
रोक-टोक,तानो को झेल
सजोती रही अपने आशियाने को
तब जाके मिली वो शम्भुनाथ से
जन्मों का साथ अमर कर
सती हुई भोलेनाथ की
वो सच्ची...
हुई जग से परायी
मन लगा वैरागी संग
शानो-शौकत रास ना आयी
किया कठोर तप
रोक-टोक,तानो को झेल
सजोती रही अपने आशियाने को
तब जाके मिली वो शम्भुनाथ से
जन्मों का साथ अमर कर
सती हुई भोलेनाथ की
वो सच्ची...