...

23 views

मधुमास
सुनो ना,,,
तुम कहो तो लिखना छोड़ दूं
दिल करता है ये कलम तोड़ दूं
कि दिल लगता नहीं है तेरे बिन
तुम कहो तो,,,
मैं रूख हवाओं का मोड़ दूं
इजाज़त हो अगर तो,,,,
तो,,,,,,,इस मधुमास में
तेरे लबों से लबों को जोड़ दूं
एक निशानी मोहब्बत की छोड़ दूं
हर गुस्ताखी का ठीकरा,,,
नादान दिल पर फोड़ दूं
मगर ये मत कहना कभी कि,,,,
कि,,,,,,
तुमसे प्यार करना छोड़ दूं!

नमिता चौहान

© All Rights Reserved