खुद से मिलने निकले हैं
खुद से मिलने निकले हैं।
फिर से जीने निकले हैं।
तुरपाई जो उधड़ चुकी है,
उसको सीने निकले हैं।
गम भी उनका खूब रहा,
गम दफनाने निकले हैं।
भरम वफा का टूट चला,
दिल को समझने निकले हैं।
तुमने जो भी दाग दिए...
फिर से जीने निकले हैं।
तुरपाई जो उधड़ चुकी है,
उसको सीने निकले हैं।
गम भी उनका खूब रहा,
गम दफनाने निकले हैं।
भरम वफा का टूट चला,
दिल को समझने निकले हैं।
तुमने जो भी दाग दिए...