माहे रमजान आ गया
माहे रमजान का दस्तक देकर चांद जो आसमानों पे गया है दिख ।
अब परवरदिगार से जुड़ने के लिए रोजेदारे भी कर जायेगें इबादतों से इश्क ।।
जाने अंजाने उम्रभर की जितने भी गुनाहें हुए थे सबसे ।
इसी माह में धुल जायेंगे वो सब मांग मगफिरत रबसे ।।
अमाल-ए-फर्ज और सुन्नह का ये पाक महीना, होगा अजिम...
अब परवरदिगार से जुड़ने के लिए रोजेदारे भी कर जायेगें इबादतों से इश्क ।।
जाने अंजाने उम्रभर की जितने भी गुनाहें हुए थे सबसे ।
इसी माह में धुल जायेंगे वो सब मांग मगफिरत रबसे ।।
अमाल-ए-फर्ज और सुन्नह का ये पाक महीना, होगा अजिम...