अश्कों को बहा दिया करते हैं
ना जाने इस बेरहम बेमुरव्वत दुनिया में,
लोग कैसे जिया करते हैं,
अपने ग़म को सीने में दफ़न कर,
बेहिसाब शराब पिया करते हैं।
जब भी उनका दिल रोता है,
अपने अश्कों को छुपा लिया करते हैं
हम हैं जो बारिश में अक्सर,
अपने अश्कों को बहा दिया करते हैं।
अश्कों को बहाने से निश्चित ही,
मन का बोझ हल्का हो जाता...
लोग कैसे जिया करते हैं,
अपने ग़म को सीने में दफ़न कर,
बेहिसाब शराब पिया करते हैं।
जब भी उनका दिल रोता है,
अपने अश्कों को छुपा लिया करते हैं
हम हैं जो बारिश में अक्सर,
अपने अश्कों को बहा दिया करते हैं।
अश्कों को बहाने से निश्चित ही,
मन का बोझ हल्का हो जाता...