रात काली है।
रात काली है,
यूं ही टाली है।
ना होली थी,
ना दीवाली है।
मुरझाए फूल,
सूखी डाली है।
बजी कोरोना में,
घर-घर...
यूं ही टाली है।
ना होली थी,
ना दीवाली है।
मुरझाए फूल,
सूखी डाली है।
बजी कोरोना में,
घर-घर...