najare dhundati he tuze...
कभी धूप से लिपटी छाव मे,
कभी जिंदगी से मिले घाव मे..
ये नजरे धुंडती है तुझे,
इन नदियो के बहाव मे...
पहाडो की...
कभी जिंदगी से मिले घाव मे..
ये नजरे धुंडती है तुझे,
इन नदियो के बहाव मे...
पहाडो की...