हर एक शख़्स..
हर एक शख़्स एक सा ही, हर शहर का निकला
ये तजुरबा ही मेरे मुक्कमल सफर का निकला..
हंसी चेहरे पे...
ये तजुरबा ही मेरे मुक्कमल सफर का निकला..
हंसी चेहरे पे...