हौसला.....
मुसाफिर हूँ इन राहो का
मंज़िल पाना अभी बाकी है
सबके चेहरे पर हँसी तो है
पर मन मे एक उदासी है
खोई गयी चांदनी बादल में
हिम्मत के लौ की बाती है
मुसाफिर हूँ इन राहों का
मंज़िल तक जाना बाकी है
भयभीत न हो अंधेरो से...
मंज़िल पाना अभी बाकी है
सबके चेहरे पर हँसी तो है
पर मन मे एक उदासी है
खोई गयी चांदनी बादल में
हिम्मत के लौ की बाती है
मुसाफिर हूँ इन राहों का
मंज़िल तक जाना बाकी है
भयभीत न हो अंधेरो से...