प्रकृति...
जब-जब प्रकृति का करोगे अपमान
प्रकृति के तांडव से नही बचेगा कोई इंसान
होगा बारिश और सैलाब का तांडव सुबह-शाम
तब नज़र आयेगा प्रकृति से होने वाले दुष्परिणाम
प्रकृति को लेके मत करो कोई भी गलत व्यवहार,
इतनी सी मेरी बात लो तुम मान
फिर कोई नहीं होगा परेशान
तो करो दिल से प्रकृति का सम्मान
क़्युकि प्रकृति मे बस्ती है,हमारी जान
प्रकृति के तांडव से नही बचेगा कोई इंसान
होगा बारिश और सैलाब का तांडव सुबह-शाम
तब नज़र आयेगा प्रकृति से होने वाले दुष्परिणाम
प्रकृति को लेके मत करो कोई भी गलत व्यवहार,
इतनी सी मेरी बात लो तुम मान
फिर कोई नहीं होगा परेशान
तो करो दिल से प्रकृति का सम्मान
क़्युकि प्रकृति मे बस्ती है,हमारी जान