Dua
लाख खुशियां मिलें पर ग़मो की,आदत रखना
ख़्वाहिशों की सिर्फ़ अल्लाह से चाहत रखना
एक रंग से ना सजाना, दरबार-ए-गुलिस्ता को
बेहतर है कि कई रंगो की मिलावट ...
ख़्वाहिशों की सिर्फ़ अल्लाह से चाहत रखना
एक रंग से ना सजाना, दरबार-ए-गुलिस्ता को
बेहतर है कि कई रंगो की मिलावट ...