दिल पागल भी दीवाना भी..✍️✍️ (गजल)
दिल पागल भी दीवाना भी
वो अपना भी अंजाना भी
क्या इश्क में दोनों जलते हैं
सम्मां भी परवाना भी
दिल की गलियों में 'सत्या'
उसका है आना-जाना भी
उसने हमसे महफ़िल में
मुंह फेरा...
वो अपना भी अंजाना भी
क्या इश्क में दोनों जलते हैं
सम्मां भी परवाना भी
दिल की गलियों में 'सत्या'
उसका है आना-जाना भी
उसने हमसे महफ़िल में
मुंह फेरा...