इश्क़ और खाना ख़राब
सवाल तो हैं बहुत पर जवाब है कि नहीं
यूं ख़्याल तो हैं बहुत कोई ख़्वाब है कि नहीं
जवां दिलों में मोहब्बत अगर सुलगने लगे
सरूर तो है बहुत पर शराब है कि नहीं
तलाश भीड़ में तन्हाइयों की हो जो तुम्हें
सुना है...
यूं ख़्याल तो हैं बहुत कोई ख़्वाब है कि नहीं
जवां दिलों में मोहब्बत अगर सुलगने लगे
सरूर तो है बहुत पर शराब है कि नहीं
तलाश भीड़ में तन्हाइयों की हो जो तुम्हें
सुना है...