बिरना सा लगता है ।
ये तुम हो जिसे मैं सिखा....
किसी को अपना कहते
कैसे है....
कहे को सच करते कैस है...
तूफा में भी ढूंढ लेना तेरा
मुझको
हर वक्त मुझको अपने होने
का एहसास देना
फिर क्यू अब बिरना सा लगता
है...
किसी को अपना कहते
कैसे है....
कहे को सच करते कैस है...
तूफा में भी ढूंढ लेना तेरा
मुझको
हर वक्त मुझको अपने होने
का एहसास देना
फिर क्यू अब बिरना सा लगता
है...