कुछ तो कहा होगा
#स्वीकार
अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहा जुड़ते है रिश्ते,
आंखों से ही सही उसने इकरार तो किया होगा;
लबों से कुछ ना कहा होगा ,आंखों से पढ़ा होगा;
झुकती गिरती पलकों ने, इशारों में सब कहा होगा ;
ना वादे मुखरित से, ना तमन्ना आसमान जितनी;
गुमसुम सी निगाहों में ,मासूम हसरतें कितनी ;
लबों की थरथराहट में, बदन की कंपकपाहट में;
नजरों की उस हरारत में, चुपके से इज़हार किया होगा ;
अगर मगर कुछ तो कहा होगा,
नजर मिलाकर फिर ,चुरा लिया होगा ;
चुपके से दिल ने दिल का ,हाल बता दिया होगा ;
बिना बोले बिना कसमो का, वादा निभा लिया होगा;
अगर मगर कुछ तो कहा होगा,
जमाने ने मगर फिर भी,ये रिश्ता भांप लिया होगा ;
जुदा दिल से किया दिल को ,सजा भी सख्त दिया होगा ;
बिना बोले उसने भी ,रास्ता मोड़ लिया होगा;
लेकिन -
अगर मगर कुछ तो कहा होगा?
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अगर -मगर कुछ तो कहा होगा?
उसने स्वीकार कुछ तो किया होगा?
ऐसे ही कहा जुड़ते है रिश्ते,
आंखों से ही सही उसने इकरार तो किया होगा;
लबों से कुछ ना कहा होगा ,आंखों से पढ़ा होगा;
झुकती गिरती पलकों ने, इशारों में सब कहा होगा ;
ना वादे मुखरित से, ना तमन्ना आसमान जितनी;
गुमसुम सी निगाहों में ,मासूम हसरतें कितनी ;
लबों की थरथराहट में, बदन की कंपकपाहट में;
नजरों की उस हरारत में, चुपके से इज़हार किया होगा ;
अगर मगर कुछ तो कहा होगा,
नजर मिलाकर फिर ,चुरा लिया होगा ;
चुपके से दिल ने दिल का ,हाल बता दिया होगा ;
बिना बोले बिना कसमो का, वादा निभा लिया होगा;
अगर मगर कुछ तो कहा होगा,
जमाने ने मगर फिर भी,ये रिश्ता भांप लिया होगा ;
जुदा दिल से किया दिल को ,सजा भी सख्त दिया होगा ;
बिना बोले उसने भी ,रास्ता मोड़ लिया होगा;
लेकिन -
अगर मगर कुछ तो कहा होगा?
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