रिश्ते।।
कच्चे धागे से होते हैं रिश्ते,
जो गांठ की तरह बांधने पड़ते हैं।
यूं बीत जाते हैं साल इन्हें बनाने में
और निकल जाती है जान इन्हें निभाने में,
जब एक रिश्ता जुड़ता है तो फल भी मिलता है,
पर पेड़ पर पत्थर भी लगते हैं।
कुछ यादें तो...
जो गांठ की तरह बांधने पड़ते हैं।
यूं बीत जाते हैं साल इन्हें बनाने में
और निकल जाती है जान इन्हें निभाने में,
जब एक रिश्ता जुड़ता है तो फल भी मिलता है,
पर पेड़ पर पत्थर भी लगते हैं।
कुछ यादें तो...