...

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रहने दो
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
वक़्त के साथ हर चिज बदलती है,
वक़्त के साथ चलके नये रास्ते निकालो,
मुश्किलो से लड़ना आसान नहीं है,
पर मुश्किलों के समय जो साथ दे,
उसका साथ देके रास्ते आसान करो।।।
जिंदगी में उतार चड़ाव आते हैं,
रात के बाद भी सुबह होती है,
अंधेरे बहुत होँने पर भी ,
उमीदों को छोड़ना नही चाहीय,
और हाँ ऐसा जिससे खुशी मिले,
वो जिंदगी में अपनाना चाहिए।।।।
पढो़ और जीवन में कुछ ऐसा करो,
जिससे आप गर्व करो और नाम कमाओ,
बाते अच्छे से सोच समझ के करो,
जिससे कभी ज्यादा दिक्कत न हो,
फूलों की तरह अपनी खुशबु बिखर के रख़ो,
काटो से भी ज्ञान लो,
जिंदगी को खूबसूरत बनाके,
अपनी ऐसी पहचान लिखो,
सब हमेशा याद करे ऐसा हसीन,
काम करो।।।
🌷🌷🌷🌷🌷🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀🥀तितली से उसकी तरह उड़ना सीखो,
कभी दग्मगाओ तो कोई हाथ थामे,
दोस्तो को सब कह पाओ,
दोस्ती सच्ची तो जरूर हर कदम पे साथ देगी,
ऐसे हाथ को ना छोड़ो जो हर पल साथ ही
है🌹🌹🌹🌹🌹😊😊😊😊😊😊 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🧚‍♀️🤗🤗🤗🤗😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍😍रिश्तों को मोतियों की तरह अपनी जिंदगी में पिरोए रखो,
रिश्तें वो है जिनको शब्दो में बयाँ करना kum पड़ जाए,
इनके बिना जीवन अधूरा है🌹🌹🌹🌹🌹
सपने देखो पर अगर ना भी पूरे हो तो हताश मत हो,
बचपन की तरह खुश रहना भी सीखो,
सीखा तब तक जाता है जबतक,
आप जीवन मे है🌹🌹🌹
आप जिसके साथ हो कभी उसके लिए दिकत ना करे,
अंजाने ही लोग मिलते है और चले भी जाते है,
जिसका साथ जहाँ तक हो उसमे अच्छी तरह रहे।।।
ट्योहार को सबके साथ मनाये और आजकल की
लाइफ से समय निकाले और अच्छा समय बिताया करे,
शरारत करे जिसमे मुस्कुराहट रहे और भी
आप को देखके खुश हो,
कुछ रिश्ते दुनिया में आके मिले है🌹🌹🌹
तो वो भी आपके साथ अच्छे से हो।।।
स्वाभिमान रहे चहरे पर,

कंचन जैसी रहे खरी |

फूल सरीखा रूप तुम्हारा,

लगती बिलकुल फूल परी |


नन्ही परी हिंदी कविता जन्म से बिदाई तक की कहानी शादी स्पेशल (Poem For Sister Marriage In Hindi)
एक लड़की के जीवन का सारांश हैं कैसे वो एक परिवार में जन्म लेती हैं औए एक दिन उससे सदा के लिए छोड़ देती हैं | कितनी यादे वो एक पल में पराया कर जाती और एक नयी ज़िन्दगी को गले लगाती | जन्म से बिदाई तक वो अपनी माँ के आँचल में ज़िन्दगी को सहेजती हैं और अचानक ही एक दिन वो किसी आँगन की तुलसी बन जाती हैं | आजादी होती हैं उसे एक बेटी के रूप में, बहू बनते ही वो जिम्मेदारी निभाती हैं |

गावो का जीवन भी अलग है शहरी भीड़ से अलग,
सादा जीवन काफी अलग पेहनाव और बोलचाल अलग,
लड़ना फिर एक हो जाना,
शुद्ध हवा बाग बागीचे,
धूप भी आम,
हर शक्स मदद करने को तैयार,
अलग सब
दिखते सिंपल
पर कुछ समझना थोड़ा
मुश्किल जैसे
भाषा, धर्म
परंपरा को मनना
पीटे भी कोई
तो बचाने भी
आ जाते कुछ।।।



तितली रानी उड़ी
पर उड़ ना सकी।
बस में चढ़ी
सीट ना मिली।।

ड्राइवर बोला
आजा मेरे पास।
तितली बोली
चल हट बदमास।।





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