माँ❤
की कैसे कर लेती है वो, कैसे सह लेती है हर बात,
मेरी तो जली रोटी भी उसको भा जाती हैं,
रखती-रखती सबका ख्याल,
वो कभी-कभी भूखी भी रह जाती हैं,
कोई काम मेरा रह जाने पर,
मै उस पर गुस्सा करती हु तो,
वो ये भी सह लेती है,
न जाने माँ ये कैसे कर लेती है,
उदास होती तो कहानी आँखों में पढ़ लेती है,
वजह पूछती मुझसे और कहती बेवजह
तु तो यु मुस्कराती है,
फिर आज ये उदासी केसी है,
हर दर्द सहती कोई उसका हाल ना पूछता है,
मेरी उंगली जलने पर भी ,फुक देते हुए ,
तु रहने दे मै कर लुंगी कहती हैं,
ना जाने माँ ये कैसे कर लेती है, ...
मेरी तो जली रोटी भी उसको भा जाती हैं,
रखती-रखती सबका ख्याल,
वो कभी-कभी भूखी भी रह जाती हैं,
कोई काम मेरा रह जाने पर,
मै उस पर गुस्सा करती हु तो,
वो ये भी सह लेती है,
न जाने माँ ये कैसे कर लेती है,
उदास होती तो कहानी आँखों में पढ़ लेती है,
वजह पूछती मुझसे और कहती बेवजह
तु तो यु मुस्कराती है,
फिर आज ये उदासी केसी है,
हर दर्द सहती कोई उसका हाल ना पूछता है,
मेरी उंगली जलने पर भी ,फुक देते हुए ,
तु रहने दे मै कर लुंगी कहती हैं,
ना जाने माँ ये कैसे कर लेती है, ...